Ayushman Card Beneficiary New Rules 2024: भारत जैसे विकासशील देश में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और खर्च एक बड़ी चुनौती है। गरीब और निम्न आय वर्ग के परिवारों के लिए चिकित्सा सेवाएं एक बड़ा आर्थिक बोझ बन जाती हैं। इस समस्या को हल करने और सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सरकार ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत आयुष्मान कार्ड के माध्यम से करोड़ों लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल रहा है।
आपको बता दे की केंद्र सरकार ने कैबिनेट बैठक पर आयुष्मान कार्ड योजना से सम्बन्धित एक बड़ा फैसला लिया है। कैबिनेट बैठक ने 11 सितम्बर,2024 से आयुष्मान कार्ड योजना में एक बड़ा बदलाव किया है। अब से 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गो को भी इस योजना का लाभ मिलेगा।इस फैसले से देश के करीब 6 करोड़ बुजुर्गों को फायदा होगा, जो 4.5 करोड़ परिवारों से हैं।
आज आपको इस लेख में हम इस योजना, इसके लाभ, आयुष्मान योजना में बदलाव, और आयुष्मान कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानेंगे।
आयुष्मान भारत योजना क्या है?
आयुष्मान भारत योजना, जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) भी कहा जाता है, सरकार द्वारा संचालित एक हेल्थकेयर स्कीम है, जिसका मुख्य उद्देश्य गरीब और कमजोर परिवारों को उच्च-स्तरीय चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है। इसके तहत पात्र परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त चिकित्सा उपचार प्रदान किया जाता है। यह योजना सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में लागू है, जिससे लाभार्थी आसानी से और त्वरिक उपचार करा सकते हैं।
आयुष्मान कार्ड क्या है?
आयुष्मान कार्ड एक स्वास्थ्य कार्ड है जिसे प्राप्त करने वाले लाभार्थी को सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मुफ्त चिकित्सा सेवाएं दी जाती हैं। इस कार्ड के माध्यम से लाभार्थी कैशलेस और पेपरलेस तरीके से इलाज करवा सकते हैं। यह कार्ड लाभार्थी की पहचान के रूप में कार्य करता है और यह सुनिश्चित करता है कि व्यक्ति योजना के अंतर्गत कवर है।
योजना में क्या बदलाव हुआ है?
- उम्र सीमा – अब से इस योजना के माध्यम से 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्ग को भी योजना का लाभ मिल सकेगा।
- आर्थिक स्थिति – इस बदलाव से अब बुजुर्गो के आय पर ध्यान नही दिया जाएगा, जाहे वे गरीब या अमीर हो इस योजना का लाभ सभी को मिलेगा।
- बुजुर्ग कार्ड – सभी बुजुर्गो को अलग से आयुष्मान कार्ड दिया जाएगा।
- परिवार से अलग कार्ड – यदि बुजुर्ग का परिवार पहले से ही आयुष्मान योजना का लाभ ले रहा है, तो भी बुजुर्गो को अलग से 5 लाख रुपये का कवर मिलेगा।
पात्रता
- 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग को इस योजना का लाभ मिलेगा।
- वे बुजुर्ग जिनके परिवार इस योजना का लाभ पहले से उठा रहे है या फिर इस योजना का लाभ नही उठा रहे हो, सभी बुजुर्गो को इस योजना का लाभ मिलेगा।
- सरकारी या प्राइवेट नौकरी से रिटायर्ड बुजुर्ग।
लाभ
- निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं – आयुष्मान कार्ड के माध्यम से प्रत्येक पात्र परिवार को 5 लाख रुपये तक का वार्षिक मुफ्त इलाज मिलता है। इस राशि में अस्पताल में भर्ती होने, सर्जरी, और अन्य चिकित्सा सेवाएं शामिल हैं।
- कैशलेस और पेपरलेस इलाज – आयुष्मान कार्ड धारक सूचीबद्ध सरकारी और निजी अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस इलाज करवा सकते हैं। इसका मतलब है कि अस्पताल में इलाज के समय मरीज को पैसे नहीं चुकाने पड़ते।
- सम्पूर्ण परिवार का कवर – एक आयुष्मान कार्ड से पूरे परिवार को चिकित्सा सुविधा का लाभ मिलता है। इसमें माता-पिता, पति-पत्नी और बच्चे शामिल होते हैं। योजना के तहत प्रत्येक सदस्य का इलाज कवर किया जाता है।
- प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन खर्च – अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्च भी कवर किए जाएंगे।
- परिवहन भत्ता: अस्पताल जाने के लिए परिवहन भत्ता भी दिया जाएगा।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- राशन कार्ड
- आय का प्रमाण पत्र
- एक पास पोर्ट साइज़ फोटो
- बैंक खता नंबर
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
आयुष्मान कार्ड बनवाने की प्रक्रिया
अगर आप 70 साल या उससे ज्यादा उम्र के हैं और आप आयुष्मान कार्ड बनवाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करें:
- इसके लिए सबसे पहले आपको आयुष्मान कार्ड एप को डाउनलोड करना होगा या इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपको अपना मोबाइल नंबर डालना होगा और OTP से लॉगिन करे।
- अब आपको अपना नाम, राशन कार्ड या फिर आधार कार्ड का नंबर डाले।
- अब आपकी पात्रता की जाँच होने के बाद, आधार ई-केवाईसी करे।
- स्वयं की और अपने परिवार एक सभी सदस्यो की फोटो अपलोड करे।
- इसके बाद आप कार्ड को डाउनलोड कर सकते है और इसका इस्तेमाल भी कर सकते है।
कौन-कौन सी बीमारियां कवर होती हैं?
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 1,500 से अधिक बीमारियों का इलाज कवर किया जाता है। इनमें सामान्य बीमारियों से लेकर गंभीर बीमारियों तक के इलाज की सुविधा दी जाती है। प्रमुख उपचार सेवाओं में निम्नलिखित शामिल हैं:
- सर्जरी (मेजर और माइनर)
- कैंसर का इलाज
- हृदय रोग
- किडनी और लीवर की बीमारियां
- ओपन हार्ट सर्जरी
- न्यूरोलॉजी सेवाएं
- स्त्री रोग संबंधी उपचार
- ट्रोमा केयर
- नवजात शिशुओ की देखभाल
निष्कर्ष
माध्यम से न केवल गरीब परिवारों को आर्थिक बोझ से राहत मिलती है, बल्कि वे उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ भी उठा सकते हैं। लेकिन हाल ही में इस योजना में जो बदलाव हुए है काफ़ी सराहनीय है। अब इस योजना के माध्यम से बुजुर्गो को भी इलाज मिल सकेगा। बुजुर्ग अब किसी पर निर्भर नही रहेंगे और उन्हें बहेतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी। यह फैसला भारत को एक स्वस्थ और समावेशी समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।