New Traffic Rules: आज भारत में जैसे-जैसे यातायात के साधन बढते जा रही है वैसे-वैसे ही इन साधनों से दुर्घटनाए भी बढती जा रही है, जो की एक बड़ी चिंता का विषय है। इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने यातायात के नियमो में कुछ बड़े बदलाव किए है। ताकि इन दुर्घटनाओ पर लगाम कसा जा सके।
इन नियमो को बदलने के पीछे यही बड़ा कारण है, की सड़क सुरक्षा को बढाया जा सके विशेष करके दोपहिया वाहनों के लिए। इन नियमो की पालना करना सबके लिए आवश्यक और अनिवार्य है, इन नियमो की पालना नही करने पर भारी जुर्माना चुकाना पड़ेगा जिसके जिम्मेदार स्वयं व्यक्ति होगा। आज आपको इस आर्टिकल में इन बदले नियमो के बारे में ही बताया जाएगा। तो आर्टिकल को अंत तक जरुरु पढ़े।
इन नियमो को बदलने के पीछे यही बड़ा कारण है, की सड़क सुरक्षा को बढाया जा सके विशेष करके दोपहिया वाहनों के लिए। इन नियमो की पालना करना सबके लिए आवश्यक और अनिवार्य है, इन नियमो की पालना नही करने पर भारी जुर्माना चुकाना पड़ेगा जिसके जिम्मेदार स्वयं व्यक्ति होगा। आज आपको इस आर्टिकल में इन बदले नियमो के बारे में ही बताया जाएगा। तो आर्टिकल को अंत तक जरुरु पढ़े।
नए नियम
इन नियमो का बदलाव खास करके दोपहिया वाहनों के लिए किया गया है इस नियम में सबसे महत्वपूर्ण बदलाव यह किया गया है की अब से मोटरसाइकिल या स्कूटर के पीछे बैठने वाले व्यक्ति को भी हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इस नए नियम से अब चालक और पीछे बैठने वाले व्यक्ति को दोनों को सुरक्षा प्रदान करेगा।
जुर्माना कितना लगेगा
अगर कोई भी व्यक्ति इन नियमो का उल्लंघन करता है तो उस व्यक्ति को भारी जुर्माना चुकाना पड़ सकता है।अब इस नियम के उल्लंघन पर केवल चालन ही नही अपितु आपका लाईसेंस भी तीन महीने के लिए निलंबन कर दिया जाएगा। इस नए नियम के अनुसार अब से नियम का उल्लंघन करने पर 1,035 रूपये का चालन देना पड़ सकता है। इसलिए अब इन नियमो की पालना करना अनिवार्य है। इसके साथ में इन नियमो में ये भी बताया गया है की जो हेलमेट का इस्तेमाल किया जाएगा वो ISI मानक को पूरा करता हो।
इन नियमो का उद्देश्य सिर्फ दण्ड देना नही है, अपितु लोगो को अपने जीवन का महत्व बताना है और लोगो जागरूक करना है | ये छोटी-छोटी लापरवाही ही कही परिवार को खत्म कर देती है | इससे सरकार का ये मानना है की लोग अपनी और दूसरों की सुरक्षा को अधिक महत्व देंगे।
भविष्य की उम्मीद
यह नया नियम भविष्य में भारत के लिए मिल का पत्थर साबित होगा | इस बदलाव से भारत में यातायात दुर्घटना के केसो में काफ़ी कमी देखी जा सकेगी । उम्मीद यही है कि इससे न केवल दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी, बल्कि एक सुरक्षित यात्रा संस्कृति का भी विकास होगा।
हालांकि आपको बाते दे की इस नियम की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि आम भारतीय जनता इन नियमों का कितनी ईमानदारी से पालन करती है। सरकार, प्रशासन और नागरिकों के सामूहिक प्रयास से ही हम भारत की सड़कों को सुरक्षित बना सकते हैं।