Vermicompost Unit Yojana 2024: सरकार किसानो दे रही है 50,000 रूपये की आर्थिक मदद! जाने पूरी जानकारी  

Vermicompost Unit Yojana 2024: फसलों में रसायनिक खादों का प्रयोग कम करने के लिए किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, क्योंकी रासायनिक खादों और कीटनाशक के उपयोग से मिट्टी की उर्वरकता क्षमता समाप्त होती है। इसलिए जैविक खेती का महत्व तेजी बढ़ता जा रहा है। जैविक खेती इसलिए इतनी ख़ास है क्योंकी  इसमें प्राकृतिक रूप से तैयार खाद का प्रयोग किया जाता है जिससे फसल की लागत में कमी आती है और उत्पादन भी बेहतर होता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी जैविक उत्पाद अच्छे माने जाते हैं। 

जैविक खेती की महत्वता को समझते हुए विभिन्न राज्य सरकारे कही सारी योजनाए चला रही है।इसी दिशा में राजस्थान सरकार ने एक महत्वपूर्ण योजना शुरू की है जिसका नाम है “वर्मी कम्पोस्ट इकाई योजना 2024। इस योजना के माध्यम से किसानो को वर्मी कम्पोस्ट इकाई की स्थापना करने के लिए सरकार आर्थिक सहायता कर रही है।अगर आप भी अपने खेत में वर्मी कम्पोस्ट की स्थापना करना चाहते है आज ही इस योजना के लिए आवेदन करे, आवेदन करने के लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और वहा से आप आवेदन कर सकते है।दोस्तों आज इस आर्टिकल में आपको आवेदन की पूरी प्रक्रिया के साथ में इस योजना से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान  की जाएगी, तो आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़े।

वर्मी कम्पोस्ट इकाई योजना क्या है?

इस योजना को राजस्थान सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में वर्मी कंपोस्ट इकाई के स्थायी निर्माण के लिए अनुदान की घोषणा की थी। वर्मी कम्पोस्टिंग एक जैविक प्रक्रिया है जिसमें केंचुएं के माध्यम से जैविक कचरे को विघटित करके खाद बनाई जाती है। यह खाद पौधों के लिए अत्यधिक लाभकारी होती है क्योंकी इसके प्रयोग से स्वस्थ फसल पैदावार प्राप्त की जा सकती है और इसके साथ में मिट्टी की उर्वरता को भी बढ़ाती है। वर्मी कम्पोस्ट यूनिट एक ऐसा स्थान है जहाँ इस प्रक्रिया को व्यवस्थित तरीके से किया जाता है।

उद्देश्य 

इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि किसान रासायनिक उर्वरकों के स्थान पर जैविक खाद का उपयोग करें, जिससे उनकी खेती पर्यावरण के अनुकूल हो और लागत कम हो सके। किसान गोबर और अन्य कचरे से गुणवत्तापूर्ण जैविक खाद तैयार कर किसान अपनी फसलों की उत्पादकता बढ़ा सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।

लाभ 

  • मिट्टी की उर्वरता बढ़ाना: वर्मी कम्पोस्ट मिट्टी के पोषक तत्वों को बढ़ाती है, जिससे फसल की गुणवत्ता बेहतर होती है और मिट्टी की उर्वरकता भी बनी रहती है।
  • पर्यावरण अनुकूल: यह खाद प्राकृतिक है और पर्यावरण को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाती और मृदा स्वास्थ्य का संरक्ष्ण होगा।
  • जलधारण क्षमता: वर्मी कम्पोस्ट मिट्टी की जलधारण क्षमता को बढ़ाती है, जिससे सिंचाई की आवश्यकता कम होती है।
  • कचरे का पुनर्चक्रण: जैविक कचरे का सही तरीके से निपटारा कर इसे उपयोगी खाद में बदला जा सकता है।

सहायता राशि 

इस योजना के माध्यम से सरकार किसानो को वर्मी कम्पोस्ट की स्थापना करने अनुदान दे रही है। आपको बता दे की अगर किसान स्थायी निर्माण करता है 30फीट x 8 फीट x 2.5 फीट आकार की इकाई का निर्माण करने पर सरकार की तरफ से 50% अनुदान मिलेगा और एच.डी.पी.ई. वर्मी बेड इकाई 12 फीट x 4 फीट x 2 फीट की स्थापना के लिए लागता का 50% या अधिकतम 8 हजार रुपये का अनुदान किसानो को दिया जाएगा।

पात्रता 

  • आवेदक किसान के पास स्वयं की खेती करने के लिए भूमि होनी चाहिए।
  • आवेदक किसान के पास पर्याप्त मात्रा में पशुधन और कार्बनिक पदार्थ होना चाहिए।
  • आवेदक किसान 0.4 हेक्टेयर खेती की भूमि के अलावा बागवानी फसलो की खेती भी करता हो। 

आवश्यक दस्तावेज 

  • आवेदक किसान का आधार कार्ड
  • परिवार का राशन कार्ड
  • आवेदक के बैंक अकाउंट का विवरण
  • आवेदक किसान का रजिस्ट्रर्ड मोबाइल नंबर
  • आवेदक का पासपोर्ट साइज फोटो
  • स्थायी निवास प्रमाण पत्र 

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 

अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते है तो आपको “राज किसान साथी पोर्टल” पर जाकर पंजीकरण करना होगा।रजिस्ट्रेशन करने के बाद सभी आवश्यक दस्तावेजो को सलंग करना होगा।उसके बाद आप सबमिट कर दे।आग आप चाहते तो एसएसओ आईडी पर या जनाधार कार्ड के माध्यम से लॉगिन कर सकते है।इस बाद सरकार द्वारा गठित कमेटी इसका सत्यापन करेगी, अगर सारी जानकारी सही पाई गई तो अनुदान राशि सीधे आपके अकाउंट में ट्रान्सफर कर दी जाएगी।

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